" एक प्रयास "
हाइकु छैक
विधा सरल तैयो
रचि ज्यों पाबि
हमरा लेल
गर्वक गप्प बस
हमहू जानि
नहि बुझल
इ विधाक लिखब
कोन आखर
सलिल जीक
इ मार्ग प्रदर्शन
भेटल जानी
मोन प्रसन्न
भेटल नव विधा
छी तैयो शिष्या
डेग बढ़ल
सोचि नहि छोरब
ज्यों दी आशीष
- कुसुम ठाकुर -
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